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एफ. आई. आर.दर्ज करके आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय शिकायत वापस लेने लिए धमकाते हुए दबाव बना रही मुलताई पुलिस, मानसिक प्रताड़ना का शिकार और मान सम्मान से आहत हैं फरियादी ।

एफ. आई. आर.दर्ज करके आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय शिकायत वापस लेने लिए धमकाते हुए दबाव बना रही मुलताई पुलिस, मानसिक प्रताड़ना का शिकार मान सम्मान से आहत हैं फरियादी

मुलताई पुलिस थाना बिरुलबाजार के करीब सेदूरझना के निवासी वर्तमान मुलताई आम्बेड़कर वार्ड में रहने वाले अनुसुचित जाति समुदाय का सतीश वल्द रामचन्द्र निरापुरे उम्र 34 के साथ जातिगत भावना से हुई मारपीट घटना की एफआईआर दर्ज करने के बजाय सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस लेने के लिए धमकाया और दबाव बनाया जा रहा है जिससे जातिगत भावना से मारपीट पीड़ित अपमानित युवक मानसिक तनाव से परेशान न्याय के लिए भटक रहा है। यहां उल्लेखनीय है कि भारतीय दण्ड संहिता की धारा में अपराध की घटना की एफआईआर पुलिस थाने में दर्ज होनी चाहिए, एफआईआर लिखने से कोई भी पुलिस अधिकारी कर्मचारी इंकार नहीं कर सकता है, यदि ऐसा होता तो पुलिस अधिकारी कर्मचारी पर दण्डनीय अपराध का प्रावधान है। पुलिस द्वारा यह कहकर भी रिपोर्ट एफआईआर लिखने से इंकार नहीं कर सकती है कि वह पहले जांच करेंगे फिर एफआईआर लिखेंगे। किन्तु बैतूल जिले के सभी पुलिस थानों में तुरंत एफआईआर नहीं लिखी जाती है अकसर कहा जाता  है कि मामले की जांच करेंगे फिर एफआईआर दर्ज करेंगे इस तरह पीड़ित फरियादियों के साथ छलावा कर न्यायिक कार्यवाही के लिए भटकने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जातिगत भावना से मारपीट से आहत सतीश वल्द रामचन्द्र निरापुरे उम्र34 वर्ष द्वारा पुलिस थाने में रिपोर्ट एफआईआर दर्ज नही की गई तब वह जिला पुलिस अधीक्षक को और सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने को मजबुर है। मामला यह बताया जाता है कि उक्त पीड़ित फरियादी के साथ राजू जैन ने गत 6/2/2023 को करीब रात दस ग्यारह बजे के दरम्यान 7-8साथियो के साथ मिलकर अरहन्त लान के पास बैतूल रोड़ मुलताई में जातिगत गालियां देते हुए मारपीट की गई है जिसकी एफआईआर रिपोर्ट लिखवाने मुलताई पुलिस थाने जाने के बाद भी रिपोर्ट एफआईआर नहीं लिखी गई है।

फरियादी की फरियाद है कि घटना सार्वजनिक स्थल पर हुई है, घटना से मानसिक रूप से बहुत अपमानित आहत हुआ हुं, अनावेदकों आरोपियों पर कार्यवाही नही होने से अनावेदकों आरोपियों के होंसले बुलंदी पर है टांटिग मारते अरहन्त लान के तरफ जाने मारपीट की धमकी देते रहते है। वहीं दूसरी ओर पुलिस सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस लेने के लिए धमका रहे है दबाव बना रहे है कहते कि शिकायत वापस नही लेने पर पुलिस कुछ भी कर सकती पुलिस के पावर शक्ति अंदाजा नही है तुम्हे किसी भी जुड़े केश में फंसाकर जेल की हवा खिलवा सकती है। फरियादी होते हुए भी पुलिस थाने में दीन भर बिठाकर रखा किसी अपराधी की तरह दुरुव्याहर करते हुए पास का सामान जब्त कर लिया था। पुलिस के व्यवहार से परेशान  बहुत भयभीत और मान सम्मान से आहत हैं। इस मामले में जिला पुलिस अधीक्षक महोदया से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो मोबाइल आउट आफ कवरेज बता रहा था।

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