दशहरा वास्तविक अशोक विजयदशमी ऐतिहासिक धम्मप्रवर्तन दिन है। हार्दिक शुभकामनाएं
अशोका विजयदशमी बौध्दो के लिए ऐतिहासिक का दिन है, सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध में विजय के पश्चात बौद्ध धम्म ग्रहण किया था,इसी विजयदशमी पर बाबा साहेब आंबेडकर ने भी बौद्ध धम्म की दीक्षा ली और लाखों अनुयायियों को दीक्षित किया था।सम्राट अशोक ने बौद्ध धम्म की दीक्षा लेने के पश्चात प्रतिज्ञा ली थी की अब हथियार शस्त्रो से नही बल्कि शांति और अहिंसा से प्राणी मात्र के दिलों में विजय प्राप्त करेंगे। वहीं बाबा साहेब आंबेडकर ने इतिहास को पुनः जिवित करते हुए बौद्ध धम्म ग्रहण करते हुए भारत को बौद्धमय बनाने का संकल्प लिया था। अम्बेडकर अनुयाई इस दिन को धम्मप्रवर्तन के रुप में मान्यता प्रदान करते है। इस अशोक विजयदशमी के दिन प्रतिवर्ष अम्बेडकरी बौद्ध अनुयाई नागपुर की एतिहासिक दिक्षाभूमि में अभिवादन करने आते उर्जा और प्रेरणा लेते है।