तीन करोड़ की सड़क बनाने में लीपापोती, न कलेक्टर को परवाह और न लोक निर्माण विभाग के अफसर ध्यान दे रहे
– नालियां बनाने के चंद दिन बाद ही टूटने लगीं, मिट्टी मिली मुरम का उपयोग कर डाला
सचिन जैन की रिपोर्ट
बैतूल। लोक निर्माण विभाग के अफसर कलेक्टर और नेताओं की आंखों में कैसे धूल झोंककर ठेकेदारों को मालामाल कर रहे हैं इसका एक और नमूना सिंगलवाड़ी से बैतूलबाजार के बीच बनाई जा रही सड़क को देखने से ही मिल जाएगा। हां अगर अधिकारी कलेक्टर को गुमराह करने में कामयाब हो गए तो फिर बैतूलबाजार से परसोडी होते हुए परतापुर मार्ग के डामरीकरण कार्य की तरह ही लीपापोती कर दी जाएगी। करीब तीन करोड़ रुपये से बनाई जा रही इस सड़क में फोरलेन पर खड़े होकर ही नंगी आंखों से गुणवत्ता नजर आ रही है। सड़क पर मुरम के नाम पर बिछाई गई मिट्टी से सड़क जगह जगह धंस गई है। अभी तो अर्थवर्क ही किया गया है लेकिन सड़क का बेस कितनी मजबूत है इसका प्रमाण उस पर बने गड्ढे बता रहे हैं। सड़क के दोनों किनारों पर पानी की निकासी के लिए कांक्रीट की नाली बनाई गई है। देखने में ही नजर आ रहा है कि कितना दोयम दर्जे का काम किया गया है। लहराती और बलखाती हुई नाली बनाई गई है। वह भी जगह-जगह से टूट गई है। एक स्थान पर तो करीब 30 फीट की नाली की दीवार धंसक कर नाली में ही समा गई है। कई स्थानों पर दरारें पूरी लीपा पोती की कहानी कह रही हैं। इस सड़क से गुजरने वाले किसानों ने बताया कि ठेकेदार ने कभी कांक्रीट की तराई तक करने की जहमत नहीं उठाई। सड़क पर मुरम बिछाने से लेकर गिट्टी बिछाने के बाद पानी का छिड़काव कर रोलर घुमाया गया। किसानों की मानें तो किसी ने कभी लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री से लेकर एसडीओ और ईई तक को निरीक्षण करते नहीं देखा।